मंगलवार, मार्च 22, 2011

बिजयनगर 18 Mar-2011

अहिंसा यात्रा के तहत होगा मंगल प्रवेश, जगह-जगह होगा स्वागत

आचार्य महाश्रमण आज बिजयनगर में

अहिंसा यात्रा के तहत तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण शुक्रवार को नजदीकी सथाना गांव से विहार कर बिजयनगर में मंगल प्रवेश करेंगे।

तेरापंथ समाज अध्यक्ष लादूलाल छाजेड़ ने बताया कि आचार्य महाश्रमण करीब 100 से अधिक संत एवं साध्वियों के साथ यहां मंगल प्रवेश करेंगे। इस अवसर पर तेजा चौक में संत मुनिराजों की तेरापंथ समाज के साथ सुबह 8 बजे शहरवासी अगुवाई कर अभिनंदन करेंगे। यहां से विशाल जुलूस के रूप में उन्हें सथाना बाजार, बालाजी चौक से मील चौक होते हुए संचेती कॉलोनी स्थित महाराजा पैलेस लाया जाएगा। 9:30 बजे कृषि मंडी में आचार्य धर्मसभा को संबोधित करेंगे व दोपहर को तेरापंथ सभा भवन का शिलान्यास होगा। कार्यक्रम में संसदीय सचिव, नगर पालिका अध्यक्ष धर्मीचंद खटौड़ एवं नायब तहसीलदार रतन सोलंकी अतिथि होंगे। रात्रि 8 बजे महाराजा पैलेस में प्रवचन होगा।

तैयारियों में जुटा समाज

अहिंसा यात्रा के आयोजन को लेकर देर शाम तक तेरापंथ समाज के पदाधिकारी व सदस्य तैयारियों में जुटे रहे। संघ सचिव दिलीप तलेसरा, प्रकाश चंद छाजेड़, रोशनलाल डांगी, सहित जैन श्वेताम्बर स्थानकवासी संघ व प्राज्ञ युवा मण्डल के पदाधिकारी एवं सदस्य देर शाम तक तैयारियों में जुटे रहे।

कईजगह स्वागत द्वार

स्वागत

अहिंसा यात्रा का मुख्य मार्गो पर जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। नगर पालिका व विभिन्न संस्थाओं द्वारा स्वागत द्वार लगाए जाएंगे। वहीं शहर के प्रमुख मार्गोँ में पालिका द्वारा सफेद लाइनिंग करवाई जाएगी। दूसरी ओर अहिंसा यात्रा के साथ गुरूवार सुबह सथाना गांव पहुंचे आचार्य श्री महाश्रमण एवं संत साध्वियों का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। यहां आचार्य प्रवर ने सुबह एवं सांयकाल में प्रवचन देकर ग्राम वासियों को लाभान्वित किया।

17 Mar-2011 बिजयनगर
तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण गुरुवार को नजदीकी खेड़ी गांव से विहार कर सथाना गांव में मंगलप्रवेश करेंगे। शुक्रवार को बिजयनगर में मंगलप्रवेश होगा।
आचार्य महाश्रमण के दर्शनार्थ खेड़ी गांव में बिजयनगर सहित आस पास के श्रद्घालुओं का दिन भर तांता लगा रहा।
नगर पालिका अध्यक्ष धर्मीचंद खटौड़, जैन सोश्यल ग्रूप के पूर्व अध्यक्ष तेजमल बुरड़, बिजयनगर तेरापंथ समाज अध्यक्ष लादूलाल छाजेड़, सचिव दिलीप तलेसरा, विनोद श्रीश्रीमाल, दिलीप तलेसरा, नरेन्द्र पोखरना सहित अन्य श्रद्घालुओं ने आचार्य प्रवर के दर्शन लाभ लेते आर्शीवाद लिया। मुनिश्री मोहजीत महाराज ने बताया कि गुरुवार सुबह आचार्य प्रवर सथाना पहुंचेगे। यहां धर्मसभा को सम्बोधित करेंगे। शुक्रवार को यहां से विहार कर बिजयनगर में मंगलप्रवेश करेंगे।

भिनाय 17 Mar-2011

विकास की धुरी है नशा मुक्त समाज

भिनाय. अहिंसा यात्रा में शामिल महाश्रमण और बांदनवाड़ा में उनकी अगवानी में उमड़ा जैन समाज

जैन श्वेतांबर तेरापंथी समाज के आचार्य महाश्रमण ने कहा कि नशा ही नाश का कारण है। इससे व्यक्ति अपने जीवन, परिवार व समाज सहित देश का नुकसान ही करता है। महाश्रमण बुधवार को बांदनवाड़ा में आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। आचार्य ने अहिंसा का पालन करने, भ्रूण हत्या रोकने के संबंध में उपदेश दिए। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से नशामुक्ति का संकल्प करवाया।

स्थानक में ससंघ प्रवेश करते महाश्रमण

इससे पूर्व अहिंसा यात्रा पर निकले आचार्य महाश्रमण ग्राम झड़वासा के विहार कर बांदनवाड़ा पहुंचे। संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत, उप प्रधान ललित लोढ़ा, सरपंच विक्रमसिंह राठौड़, जैन समाज अध्यक्ष हेमराज हींगड़, जगदीश प्रजापति, चत्तरसिंह पीपाड़ा, ताराचंद हींगड़, महावीर चौपड़ा, सुरेंद्र बोहरा, प्रीतम पीपाड़ा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उनकी अगवानी की। धर्मसभा को संबोधित करने के बाद आचार्य ने स्थानक में विराजित सतियाजी महाराज की कुशलक्षेम पूछी। प्रवक्ता मुनि मोहजीत कुमार ने बताया कि यह अहिंसा यात्रा 30 अप्रैल को कुंभलगढ़ में विसर्जित होगी।

आचार्य श्री महाश्रमण के आगामी कार्यक्रम :
2011 - चातुर्मास - केलवा।
2012 - मर्यादा महोत्सव - आमेट; चातुर्मास - जसोल; अक्षय तृतीया - बालोतरा।
...
2013 - मर्यादा महोत्सव - टापरा; चातुर्मास - लाडनूं।
2014 - मर्यादा महोत्सव - गंगाशहर; चातुर्मास - नई दिल्ली

नसीराबाद 15 Mar-2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

जैन श्वेतांबर तेरापंथी समाज के आचार्य महाश्रमण ने उपदेश दिया कि इंसान को सैनिक की भांति जागृत और समर्पित बनना चाहिए जिससे परिवार, समाज और पूरा देश अनुशासित सदाचारी और विकसित हो जाए। उन्होंने ये बात नगर में प्रवेश करते समय सेना क्षेत्र का वातावरण दिखने पर कही। उन्होंने कहा कि जैसी आशा दूसरों से करते है वैसा ही व्यवहार करो। यदि तुम्हे सुख प्रिय लगता है तो दूसरों को भी सुख देने और सुखी देखने की कोशिश करो। वे स्थानीय राजकीय व्यापारिक स्कूल में तेरापंथी समाज द्वारा आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी धर्म अपने धर्मो को बढ़ावा देते है लेकिन वे केवल अहिंसा का संदेश फैलाने के लिए काम कर रहे है। उन्होंने जापान में भूकंप और सुनामी पीडि़तों के लिए सहानुभूति प्रकट करते हुए आपदा का कारण प्रकृति से छेड़छाड़ को बताया। तेरापंथ समाज के प्रवक्ता मुनि मोहजीत कुमार ने बताया कि आचार्य के साथ सैकड़ों साधु और साध्वियां गत 14 फरवरी को राजदलेसर, लूणासर से अहिंसा का संदेश देने के लिए यात्रा पर निकले थे। यात्रा का समापन 30 अप्रेल को रीछेड, कुंभलगढ़ में होगा। आचार्य ने सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखने, किसी भी प्रकार का नशा नहीं करने और जनसंख्या के असंतुलन को खत्म करने के लिए भू्रण हत्या कर हर स्तर पर विरोध करने का उपदेश दिया। सोमवार को नगर में सैकड़ो साधु संतों के प्रवेश से वातावरण धर्ममय हो गया और स्थानीय ओसवाल समाज सदस्यों सहित नगर के कई प्रबुद्ध नागरिकों ने संतो का स्वागत किया। आचार्य महाश्रमण ने बताया कि तेरापंथ के 11 वें पट्टधर आचार्य महाप्रज्ञ ने ये अहिंसा यात्रा 7 वर्ष पूर्व शुरू की थी जिसे अब उनके शिष्य पूरा कर रहे है। आचार्य ने नशे को अपराध और हिंसा की जड़ बताते हुए उपस्थित भक्तों को सभी प्रकार के नशे छोडऩे की प्रतिज्ञा दिलाई।

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15 Mar-2011

छोटी-छोटी प्रतिज्ञाएं हैं अणुव्रत

आचार्य महाश्रमण ने तेरापंथ के विश्वचर्चित विषय अणुव्रत पर बोलते हुए कहा कि जीवन में छोटी छोटी प्रतिज्ञाएं छोटे छोटे प्रण या व्रत करने को अणुव्रत की पालना कहा जाता है। आचार्य ने अणुव्रती के लिए आत्मनिरीक्षण करने, भेदभाव नहीं करने, अहिंसक समाज की रचना करने का व्रत पाले जाने को जरूरी बताया। आचार्य ने अणुव्रत की आचार संहिता समझाते हुए कहा कि किसी के साथ मारपीट नहीं करने, आक्रमण नहीं करने, अस्पृश्यता का पालन करने, बेईमानी नहीं करने, सामाजिक कुरुतियां दूर करने, व्यसन मुक्त जीवन जीने, पानी का अपव्यय नहीं करने और हरे भरे वृक्ष को नहीं काटने की प्रतिज्ञा करना अणुव्रती जीव के लिए आवश्यक है। आचार्य ने धर्मसभा में भक्तों के प्रश्रों का जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया।

आज झड़वासा पहुंचेंगे (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

आचार्य महाश्रमण मंगलवार प्रात: नगर से विहार कर भीलवाड़ा मार्ग स्थित ग्राम झड़वासा पहुंचेंगे। प्रवक्ता मुनि मोहजीत कुमार के अनुसार आचार्य झड़वासा में रात्रि विश्राम कर बुधवार को खेड़ी पहुंचेंगे।


नसीराबाद में प्रवेश करते आचार्य महाश्रमण एवं धर्मसभा में मौजूद महिलाएं

अंहिसा यात्रा अजमेर में

by Jain Terapnth News on Wednesday, March 16, 2011 at 1:14am

गुरुदेव की अधूरी यात्रा को पूरी करेंगे: आचार्य महाश्रमण

अजमेर 13 Mar-2011(जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

तेरापंथ संप्रदाय के आचार्य महाश्रमण ने कहा कि अहिंसा यात्रा ने समाज में सद्भाव और प्रेम का संदेश दिया है। गुरुदेव आचार्य महाप्रज्ञ का स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेवाड़ और मेरवाड़ा के कुछ क्षेत्रों में यह यात्रा पूरी नहीं हो पाई थी। वह इन क्षेत्रों में यात्रा को पूरा करेंगे। वे शनिवार को डाक बंगले में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। आचार्य ने कहा कि उनका पहले अजमेर के बाहर से मेवाड़ की तरफ जाने का कार्यक्रम था। मुनि किशनलाल ने उन्हें अजमेर से होते हुए विहार करने की बात कही। वह आचार्य महाप्रज्ञ के साथ पहले भी दो बार बार अहिंसा यात्रा में आए थे। यहां आकर उन्हें खुशी है, अजमेर सांप्रदायिक सौहाद्र्र की नगरी है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि वैराग्य के मार्ग पर युवाओं को प्रेरित करने के लिए एक नई श्रेणी तैयार की गई जिसे समण कहा जाता है। ये समण वाहनों से अणुव्रत, अहिंसा और यात्रा का प्रचार कर रहे है। मौजूदा समय में तेरापंथ संप्रदाय में करीब 100 समण कार्य कर रहे हैं। युवाओं को यात्रा के माध्यम से नशामुक्ति एवं अहिंसा का संदेश दिया जाएगा।

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अणुव्रत से जीवन सफल

13 Mar-2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

अणुव्रत यानी छोटे-छोटे नियम। इनको अपनाने से जीवन सफल बनाया जा सकता है। केवल उपदेशों से हिंसा को नहीं रोका जा सकता। तेरापंथ समाज ने युवाओं को रोजगार देने की शुरुआत भी की है। देश में 450 रोजगार प्रशिक्षण केंद्र चलाए जा रहे हंै। इस साल 1 करोड़ से ज्यादा विद्यार्थियों को नशे से मुक्ति दिलाई जाएगी। इस अभियान की शुरुआत हो गई है। जैन समाज के लोग धन अर्जित करने में लगे हंै लेकिन सामाजिक हितों पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

मुनि सुखलाल, राष्ट्रीय प्रभारी अणुव्रत अभियान

800 से अधिक साधु-साध्वियां वैराग्य के मार्ग पर चलकर जैन धर्म के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इस यात्रा में हमें आचार्य महाश्रमण का सान्निध्य मिल रहा है, यह सौभाग्य की बात है। तेरापंथ संप्रदाय विदेशों में भी पांच सेंटर चला रहा है।साधु हर जगह पद यात्रा से नहीं पहुंच सकते। इसके लिए तैयार की गई अलग श्रेणी समण के तहत प्रचार किया जा रहा है। अहिंसा से ही जीवन सफल है।

अणुव्रत को स्कूलों के सिलेबस में स्थान मिले। इसके लिए प्रयास जरूरी हैं। आचार्य महाश्रमण ने अजमेर में रहकर अणुव्रत के सिद्धांतों पर कार्य करने का आदेश दिया है। अब अजमेर में अणुव्रत के सिद्धांतों को युवाओं और समाज में पहुंचाया जाएगा।

संयम से जीवन बनता है श्रेष्ठ

अजमेर 13 Mar-2011(जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

जीवन में संयम का होना जरूरी है। संयम से जीवन को श्रेष्ठ बनाया जा सकता है। मन, इंद्रिय और वाणी पर संयम रखने से व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त करता है। मोक्ष का मतलब है न जन्म न मृत्यु। यह उद्गार तेरापंथ संप्रदाय के आचार्य महाश्रमण ने आजाद पार्क में आयोजित धर्म सभा में व्यक्त किए। सभा का आयोजन तेरापंथ श्वेतांबर जैन समाज की ओर से अहिंसा यात्रा के अजमेर आगमन पर किया गया।

उन्होंने कहा कि जहां असंयम है, वहीं दुखों का मूल है। गुरुदेव तुलसी ने अणुव्रत की शुरुआत की थी, इसका मूल भाव संयम था। हमारे पास वाणी है, इसलिए हम सौभाग्यशाली हैं। संसार में कई प्राणी हैं, जिनके पास वाणी की शक्ति नहीं होती। कहां पर कितना बोलना है या मौन रहना है इसका निर्णय विवेक से लेना होता है। विवेक को धर्म भी कहा गया है। सबसे बड़ा मौन तो अनावश्यक नहीं बोलना है। मनुष्य को हमेशा अनावश्यक बोलने से बचना चाहिए। वाणी के दोषों से बचना चाहिए। गुस्से पर भी संयम होना चाहिए। आचार्य श्री ने कहा, संयम नहीं होने से परिवार में भी कलह का माहौल बन जाता है। कार्यक्रम में बच्चों एवं महिलाओं ने मंगलगान प्रस्तुत किया।

जापान की जनता मनोबल रखें

आचार्य महाश्रमण ने धर्म सभा में जापान में हुई त्रासदी पर कहा कि वहां की जनता मनोबल रखे। विपत्ति के समय संयम से काम लें। समस्या का समाधान खोजे, घबराए नहीं। प्राकृतिक आपदओं को रोकने के लिए प्रकृति से छेड़छाड़ रोकनी होगी।

आज दरगाह जाएंगे

आचार्य महाश्रमण रविवार को ख्वाजा साहब की दरगाह जाएंगे। तेरापंथ जैन समाज के पदाधिकारियों के मुताबिक आचार्य सुबह 7 बजे डाक बंगले से रवाना होंगे। वे सीधे सुंदर विलास स्थित तेरापंथ भवन जाएंगे। इसके बाद ख्वाजा साहब की दरगाह जाएंगे। वहां से माखुपुरा के लिए विहार करेंगे।

राजलदेसर से रींछेड तक जाएगी यात्रा

कार्यक्रम के मुताबिक आचार्य महाश्रमण राजलदेसर से रींछेड तक जाएंगे। 13 फरवरी से रींछेड से प्रारंभ हुई यात्रा 23 अप्रैल को रींछेड पहुंचेगी। आचार्य के साथ करीब 100 साधु-साध्वियां ससंघ चल रहे हैं। संघ प्रतिदिन 10 से 15 किमी की यात्रा करते हुए अहिंसा का प्रचार कर रहा है।

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13 Mar-2011(जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

इन्होंने किया स्वागत

पलटन बाजार के हनुमान मंदिर के महंत कृष्णानंद महाराज ने आचार्य का अभिनंदन किया।विधायक वासुदेव देवनानी, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के संघपति धर्मेश जैन, उपसंघपति गोपीचंद लोढ़ा, संपत सिंह कुमट, तेरापंथ समाज के अध्यक्ष ओप्रकाश छाजेड़, समाज सेवी अशोक छाजेड़, पार्षद नीरज जैन समेत अन्य कई लोगों ने आचार्य का अभिनंदन किया। यहां पर तेरापंथ महिला मंडल की ओर से कलश लेकर आचार्य की अगुवानी की गई, इस मौके पर पार्षद आशा तुनवाल भी मौजूद थी। आजाद पार्क में पार्षद रश्मि शर्मा और उनके पति दीनदयाल शर्मा ने भी इनका अभिनंदन किया। आचार्य महाश्रमण ससंघ पैदल विहार करते हुए डाक बंगले पहुंचे। इनके साथ सैंकड़ों की संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित थे। यात्रा के साथ में वाहन रैली भी निकाली गई, रैली में जैन समाज के लोग जैन समाज के ध्वज और केसरिया दुपट्टे ओढ़े हुए थे और आचार्य की जय जयकार करते हुए चल रहे थे।

(जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )



अजमेर 14 Mar-2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

आचार्य महाश्रमण ने किया विहार

डाक बंगले से ससंघ विहार कर रवाना होते आचार्य महाश्रमण

तेरापंथ संप्रदाय के आचार्य महाश्रमण रविवार को डाक बंगले से विहार कर ससंघ माखुपुरा स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंचे। आचार्य श्री डाक बंगले से रवाना होकर पहले सुंदर विलास स्थित तेरांपथ भवन पहुंचे। यहां पर जैन समाज के लोगों ने उनका अभिनंदन किया। इसके बाद आचार्य श्री ने ख्वाजा साहब की दरगाह में हाजिरी दी। वहां से उन्होंने माखुपुरा के लिए प्रस्थान किया। आचार्य श्री और साध्वी प्रमुख कनक प्रभा ने रविवार को पॉलिटेक्निक कॉलेज में आयोजित धर्म सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मनुष्य को क्रोध का त्याग करना चाहिए। क्रोध का त्याग करने पर उनका जीवन श्रेष्ठ हो सकता है। कार्यक्रम में तेरापंथ जैन समाज ट्रस्ट के अध्यक्ष मांगीलाल जैन, अशोक छाजेड़, ओमप्रकाश छाजेड़, पदमकुमार जैन समेत अन्य कई लोग उपस्थित थे। आचार्य महाश्रमण सोमवार सुबह नसीराबाद के लिए विहार करेंगे। वे नसीराबाद के व्यापारिक सीनियर सेकंडरी स्कूल में विश्राम करेंगे।

14 Mar-2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

अहिंसा यात्रा& आचार्य महाश्रमण ने दी दरगाह में हाजिरी, मानवता और अहिंसा का संदेश दिया

अजमेर 14 Mar-2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )

इस्लाम का भी संदेश है अहिंसा

आचार्य महाश्रमण रविवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर पहुंचे और अहिंसा का संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने बैठक भी ली।

अहिंसा यात्रा के तहत अजमेर आए जैन श्वेतांबर तेरापंथ समाज के आचार्य महाश्रमण ने रविवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हाजिरी दी और अहिंसा का संदेश दिया। आचार्य ने ख्वाजा साहब के शांति और भाईचारे के संदेश के को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने भगवान महावीर के अहिंसा के संदेश को जीवन में उतारने की नसीहत दी।

आचार्य महाश्रमण रविवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर पहुंचे और अहिंसा का संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने बैठक भी ली।

आचार्य महाश्रमण की यात्रा सुबह 7 बजे डाक बंगले से दरगाह के लिए रवाना हुई। उनके साथ मुनि मोहजीत और मुनि किशनलाल सहित करीब 30 संत जैन समाज के सैकड़ों लोग रैली के रूप में चल रहे थे। रैली नया बाजार, कड़क्का चौक और दरगाह बाजार होते हुए सुबह 8 बजे दरगाह के निजाम गेट पर पहुंची। रास्ते में कई जगह आचार्य और मुनियों का भव्य स्वागत किया गया। निजाम गेट पर अंजुमन सैयदजादगान के सदर सैयद गुलाम किबरिया चिश्ती और सदस्य अबु तालिब ने आचार्य का जोरदार स्वागत किया।

निजामगेट पर स्वागत के बाद गुलाम किबरिया उन्हें लेकर जियारत के लिए आस्ताना के गेट तक पहुंचे लेकिन जायरीन की खासी भीड़ होने के कारण वे आस्ताना शरीफ के अंदर नहीं गए।

मजार शरीफ के गेट से ही आचार्य ने अकीदत का नजराना पेश किया। इसके बाद दालान में एक बैठक का आयोजन किया गया। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि वे अहिंसा यात्रा के तहत यहां आए हैं। यही संदेश ख्वाजा साहब ने भी दिया है कि हम एक दूसरे से मिलकर रहें। पूर्ववर्ती आचार्य, आचार्य तुलसी और आचार्य महाप्रज्ञ भी दरगाह में हाजिरी दे चुके हैं। मैं भी उनके पदचिह्नों पर चलकर यहां तक आया हूं। उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य मां की कोख से ही जन्म लेते है। इसलिए हम एक समान हंै। हम चाहते है कि ख्वाजा साहब के रहम और भाईचारे के संदेश की भावना को प्रचारित कर इस पर अमल किया जाए। अहिंसा पर विश्वास रखें।

मैं आशा करता हूं कि इस अहिंसा यात्रा के तहत भगवान महावीर का संदेश जन जन तक पहुंचाएंगे। हमारी यात्रा मेवाड़ और मारवाड़ में हो रही है। उसके बाद दिल्ली की यात्रा करेंगे। अंजुमन सदर गुलाम किबरिया ने कहा कि आचार्य महाश्रमण की अहिंसा यात्रा का उद्देश्य एक दूसरे से मिलकर रहने का संदेश देना है। यही संदेश ख्वाजा साहब और इस्लाम में भी दिया गया है कि इनसान से मोहब्बत करना ही सच्चा धर्म है। बैठक को मुनि श्री किशनलाल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मांगीलाल जैन, ओमप्रकाश छाजेड़ और पदम कुमार जैन सहित सैकड़ों जायरीन और जैन समाज के लोग मौजूद थे।

जैन विशेष दिवस


Name : Bhikshu Abhi Nishkraman Diwas
Tithi : Chaitra Shukla-9
Date : 12-04-2011
Day : Tuesday

Name : Mahaveer Jayanti
Tithi : Chaitra Shukla - 13
Date : 16-04-2011
Day : Saturday

Name : Acharya Shri Mahaprayan Diwas
Tithi : Vaisakh Krishna - 11
Date : 28-04-2011
Day : Thursday

Name : Akshay Tritiya
Tithi : Vaisakh Shukla - 3
Date : 06-05-2011
Day : Friday

Name : Acharya Shri Mahashraman Janam Diwas
Tithi : Vaisakh Shukla-9
Date : 12-05-2011
Day : Thursday

Name : Acharya Shri Mahashraman Padabhirohan Diwas
Tithi : Vaisakh Shukla -10/11
Date : 13-05-2011
Day : Friday

Name : Bhagwan Mahavie Kevalgyan Kalyanak Diwas
Tithi : Vaisakh Shukla -10/11
Date : 13-05-2011
Day : Friday

Name : Acharya Shri Mahashraman Diksha Diwas (Yuva Diwas)
Tithi : Vaisakh Shukla -14
Date : 16-05-2011
Day : Monday

Name : Acharya Tulsi Ka 15th Mahaprayan Diwas
Tithi : Asadh Krishna - 3
Date : 18-06-2011
Day : Saturday

Name : Acharya Shri Mahapragya 92nd Janam Diwas
Tithi : Asadh Krishna - 13
Date : 29-06-2011
Day : Wednesday

Name : Acharya Bhikshu Janam Diwas & Bodhi Diwas
Tithi : Asadh Shukla-15
Date : 13-07-2011
Day : Wednesday

Name : Chaturmas Pakhi
Tithi : Asadh Shukla-15
Date : 15-07-2011
Day : Friday

Name : 252nd Terapanth Staphana Diwas
Tithi : Asadh Shukla-15
Date : 15-07-2011
Day : Friday

Name : Swatantra Diwas
Tithi : Bhadrapadh Krishna-2
Date : 15-08-2011
Day : Monday

Name : Shrimajjayacharya Nirwan Diwas
Tithi : Bhadrapadh Krishna-12
Date : 26-08-2011
Day : Friday

Name : Paryushan Prarambh Diwas
Tithi : Bhadrapadh Krishna-12
Date : 26-08-2011
Day : Friday

Name : Paryushan Pakhi
Tithi : Bhadrapadh Krishna-14
Date : 28-08-2011
Day : Sunday

Name : Samvatsari Mahaparv
Tithi : Bhadrapadh Shukla-5
Date : 02-09-2011
Day : Friday

Name : Kalugani Swargwas Diwas
Tithi : Bhadrapadh Shukla-6
Date : 03-09-2011
Day : Saturday

Name : Vikas Mahotsav
Tithi : Bhadrapadh Shukla-6
Date : 06-09-2011
Day : Tuesday

Name : 209th Bhikshu Charmotsav
Tithi : Bhadrapadh Shukla-13
Date : 10-09-2011
Day : Saturday

Name : Deepawali
Tithi : Karthik Krishna -30
Date : 26-10-2011
Day : Wednesday

Name : Bhagwan Mahaveer Nirwan Kalyanak Diwas
Tithi : Karthik Krishna -30
Date : 26-10-2011
Day : Wednesday

Name : Acharya Tulsi Ka 98th Janam Diwas(anuvrat Diwas)
Tithi : karthik Shukla-2
Date : 28-10-2011
Day : Friday

Name : Chaturmas Pakhi
Tithi : Karthik Shukla-15
Date : 10-11-2011
Day : Thursday

Name : Bhagwan Mahavir Diksha Kalyanak Diwas
Tithi : Margshrisha Krishna-10
Date : 20-11-2011
Day : Sunday

Name : Bhagwan Parsvnath Janam Kalyanak Diwas
Tithi : Poush Krishna-10
Date : 20-12-2011
Day : Tuesday

Name : Republic Day
Tithi : Magh shukla-3
Date : 26-01-2012
Day : Thursday

Name : 148th Maryada Mahotsav
Tithi : Magh Shukla-7
Date : 30-01-2012
Day : Monday

Name : Holika
Tithi : Falgun Shukla-14
Date : 07-03-2012
Day : Wednesday

Name : Chaturmas Pakhi
Tithi : Falgun Shukla-14
Date : 07-03-2012
Day : Thursday

Name : Bhagwan Risabh Diksha Kalyanak Diwas
Tithi : Chaitya Krishna-8
Date : 15-03-2012
Day : Thursday

शनिवार, जनवरी 29, 2011

Sambhavit Vihar Plan of Pujyavar from Lunasar to Riched, Rajasthan, India


Date

Day

Place

14th Feb 2011

Mon

Lunasar
15th Feb 2011

Tue

Padihara
16th Feb 2011

Wed

Randhirsar
17th Feb 2011

Thu

Chhapar
18th Feb 2011

Fri

Sujangarh
19-21st Feb 2011

Sat-Mon

Ladnun
22nd Feb 2011

Tue

NimbiJodha
23rd Feb 2011

Wed

Ratau
24th Feb 2011

Thu

Khayamad
25th Feb 2011

Fri

Bhichava
26-27th Feb 2011

Sat-Sun

Khatu
28th Feb 2011

Mon

Rani Gaon
1st Mar 2011

Tue

Manani
2nd Mar 2011

Wed

Kalva
3-4th Mar 2011

Thu-Fri

Boravad
5th Mar 2011

Sat

Kisariya
6th Mar 2011 Sun Parbatsar
7th Mar 2011

Mon

Roopgarh
8th Mar 2011

Tue

Ralavta
9th Mar 2011

Wed

Kishangarh
10th Mar 2011

Thu

Maheshwari School
11th Mar 2011

Fri

Gangwana
12th Mar 2011

Sat

Ajmer
13th Mar 2011 Sun Mokhmpura
14th Mar 2011

Mon

Nasirabad
15th Mar 2011

Tue

Jadwasa
16th Mar 2011

Wed

Bandvada
17th Mar 2011

Thu

Vishramwadi
18th Mar 2011

Fri

Vijaynagar
19-20th Mar 2011

Sat-Sun

Gulabpura
21st Mar 2011

Mon

Gageda
22nd Mar 2011

Tue

Datda
23rd Mar 2011

Wed

Shambhugarh
24th Mar 2011

Thu

Jetgarh
25th Mar 2011

Fri

badnor
26th Mar 2011

Sat

Pratappura
26th Mar 2011 Eve Sat Asind
27th Mar 2011 Sun Barana
28-29th Mar 2011 Mon-Tue Lachuda
30th Mar 2011 Wed Bhagwanpura
31st Mar 2011 Thu Luharia
1st Apr 2011 Fri Vinaypuram
2nd Apr 2011 Sat Baavlas
3rd Apr 2011 Sun Ashaholi
4th Apr 2011

Mon

Vadiyamataji
5th Apr 2011

Tue

Devariya
6th Apr 2011

Wed

Ullai
7th Apr 2011

Thu

Khankhla
8-9th Apr 2011

Fri -Sat

Januda
9th Apr 2011 Eve

Sat

Railmagra
10th Apr 2011 Sun Banediya
10th Apr 2011 Eve Sun Soni Farm House
11th Apr 2011

Mon

Kothariya
12th Apr 2011

Tue

Kothari Farm House
13th Apr 2011

Wed

Kuntwa
14-17th Apr 2011

Thu-Sun

Shishoda
18th Apr 2011

Mon

Koshivada
19th Apr 2011

Tue

Jhalarimdar
19th Apr 2011 Eve Tue Gaon Guda
20th Apr 2011

Wed

Samicha
21st Apr 2011

Thu

Usar
22nd Apr 2011

Fri

Lakhmavto ka Guda
23rd Apr 2011

Sat

Kuchauli
24th Apr 2011 Sun Kokarba
25th Apr 2011 Mon Kelvada
26th Apr 2011 Tue Kumbhalgarh
27-29th Apr 2011 Wed-Fri Majhera
30th Apr - 6th May 2011 Sat-Fri Riched

Terapanth Secretariat

शनिवार, जनवरी 08, 2011


यह चित्र आज की पहेली के सन्दर्भ में है ! यह स्थान राजस्थान के पाली जिला में है इसका नाम है भिक्षु समाधि स्थल सिरियारी ! जब इस समाधि का निर्माण कार्य शुरू हुआ तब देश भर से इंजनियर बुलाए गए थे ! उपर घुमत पुरे कांच में बना हुआ है .. चारो और ॐ भिक्षु जय भिक्षु की यह शब्द आकृति कांच से बनी हुई है ! एक तरफ माँ दीपा बाई के सप्न का चित्रमय उल्लेख है ! मन मोहनिय वातावरण है !