आज विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक हावडा़ ब्रिज (रवीन्द्र सेतु) जो 3 फरवरी 1943 में निर्मित हुआ था यह आज दिनांक 3-2-2023 को "80" साल पुरे कर रहा है ।
जब हावडा़ पुल जब बना था न जाने बनाने वाले ने कितनी दूरदर्शिता कर साथ इसे इतना अद्भुत ब्रिज का निर्माण किया था तब आज जैसे आधुनिक संसाधन उपलब्ध नही थे। इस अद्वितीय ब्रिज का निर्माण करने वाली सोच को सलाम, इसके निर्माण में जुड़े हर एक शख्स को सलाम। इसकी सुरक्षा व रखरखाव की ज़िम्मेदारी निभा रहे "कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट" के सभी श्रम सेवकों को विशेष रूप से धन्यवाद सहित बधाई जिनके रखरखाव के कारण ही आज भी यह ब्रिज आवागमन का अहम मार्ग बना हुआ है। कोलकाता हावड़ा मे रहने वाले प्रत्येक नागरिकों को भी बधाई।
न जाने जीवन मे कितनी ही अनमोल यादें इस हावड़ा ब्रिज से जुड़ी हुई है। तेरापंथ धर्मसंघ के अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी का 2017 में जब कोलकाता आगमन हुआ था तब हावड़ा ब्रिज के माध्यम से आपने कोलकाता में प्रवेश किया था वो अविस्मरणीय क्षण जिसका मैं भी साक्षी बना था ऐसे ही मेरी और शायद आप सब की भी यादें इस अनमोल सेतु के साथ जुड़ी हुई है।
यह अलबेला, अनोखा, अद्वितीय, अद्भुत हावड़ा ब्रिज जो हुगली नदी पर बना हुआ है यह ऐसे ही हम जैसे आम नागरिकों को अपनी सेवा देता रहें।
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