सरदारशहर(चूरू.) आचार्य महाश्रमण उनके अगले उत्तराधिकारी होंगे। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि तेरापंथ का दशम सूर्य अदृश्य हो गया। गुरुदेव का हम सब पर महान उपकार है। अब हम उनकी स्मृति कर सकते हैं, कृतज्ञता का भाव प्रकट कर सकते हैं। महाश्रमण ने कहा कि गुरुदेव ने मानव जाति, जैन शासन और तेरापंथ धर्मसंघ की महान सेवा की ।
मैं मेरे धर्मसंघ के सभी साधु-साध्वियों और समण श्रेणी की चित्त-समाधि के लिए प्रत्यन करता रहूंगा, यह मेरा संकल्प है। तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावक समाज को भी आध्यात्मिक पोषण प्रदान करते रहने का संकल्प करता हूं। इसके अतिरिक्त जैन शासन और मानव जाति की यथासंभव और यथोचित सेवा करने का संकल्प करता हूं। इस कठिन परिस्थिति में हम सब मनोबल रखने का प्रयास करें और धर्मशासन की प्रभावना का प्रयास करते रहें।
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